बेरोजगारी क्या है? इसके दो प्रकार बताइए।


बेरोजगारी (Unemployment) का अर्थ है किसी व्यक्ति का काम करने की इच्छा और योग्यता होते हुए भी काम न मिल पाना। जब कोई व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से कार्य करने में सक्षम होता है, लेकिन उसे आय अर्जित करने का कोई साधन नहीं मिल पाता, तो वह व्यक्ति बेरोजगार कहलाता है।

बेरोजगारी एक सामाजिक और आर्थिक समस्या है, जो न केवल व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करती है, बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था पर भी असर डालती है। बेरोजगार व्यक्ति के पास आय का कोई स्थायी साधन नहीं होता, जिससे उसका जीवन स्तर गिरता है और आत्मविश्वास में कमी आती है। इसके साथ ही समाज में असमानता, अपराध, तनाव और असंतोष जैसे संकट भी उत्पन्न हो सकते हैं।

भारत जैसे विकासशील देश में बेरोजगारी एक गंभीर चुनौती है, क्योंकि यहाँ बड़ी जनसंख्या है और सभी के लिए पर्याप्त रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं हो पाते।

अब जानते हैं बेरोजगारी के दो प्रमुख प्रकार:


1. खुली बेरोजगारी (Open Unemployment)

खुली बेरोजगारी वह स्थिति है जब कोई व्यक्ति पूरी तरह से काम से वंचित होता है और उसके पास आय अर्जित करने का कोई भी साधन नहीं होता। इस प्रकार की बेरोजगारी में व्यक्ति नौकरी की तलाश में होता है, लेकिन उसे कहीं भी रोजगार नहीं मिलता।

यह बेरोजगारी गाँवों और शहरों दोनों में पाई जाती है। गाँवों में लोग खेती पर निर्भर होते हैं, लेकिन अगर ज़मीन न हो या सीमित हो, तो वह बेरोजगार रह जाते हैं। शहरों में शिक्षित लोग अगर डिग्री होने के बावजूद नौकरी नहीं पाते, तो वे भी खुली बेरोजगारी के शिकार होते हैं।

उदाहरण:

  • एक युवा जो स्नातक (Graduate) है और नौकरी की तलाश कर रहा है लेकिन पिछले 6 महीनों से उसे कोई भी नौकरी नहीं मिली – यह खुली बेरोजगारी का उदाहरण है।
  • कोई व्यक्ति जो मजदूरी करने के लिए रोज़ सुबह काम की तलाश में जाता है लेकिन काम नहीं मिलता, वह भी इस श्रेणी में आता है।

खुली बेरोजगारी के कारण:

  • जनसंख्या में अत्यधिक वृद्धि
  • सीमित रोजगार के अवसर
  • शिक्षा प्रणाली और उद्योगों के बीच असंतुलन
  • मशीनों और तकनीकी विकास से मानव श्रम की कम ज़रूरत

2. अप्रकट बेरोजगारी / प्रच्छन्न बेरोजगारी (Disguised Unemployment)

यह वह प्रकार की बेरोजगारी है जिसमें व्यक्ति काम कर तो रहा होता है, लेकिन उसकी उपस्थिति से उत्पादन या कार्य में कोई वास्तविक वृद्धि नहीं होती। यानी काम करने वाले लोगों की संख्या ज़रूरत से अधिक होती है, और अगर उनमें से कुछ लोग काम बंद भी कर दें, तो कुल उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ता।

यह बेरोजगारी खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिलती है, जहाँ एक ही खेत में ज़रूरत से ज़्यादा लोग काम कर रहे होते हैं, लेकिन उनकी श्रम शक्ति का पूरा उपयोग नहीं हो रहा होता।

उदाहरण:

  • किसी किसान के पास एक छोटा सा खेत है, जिस पर 2 लोगों के काम करने से ही पूरा काम हो सकता है, लेकिन वहाँ 5 लोग लगे हुए हैं। इन अतिरिक्त 3 लोगों की मेहनत से कोई अतिरिक्त उत्पादन नहीं हो रहा – यह प्रच्छन्न बेरोजगारी का उदाहरण है।

प्रच्छन्न बेरोजगारी के कारण:

  • कृषि पर अत्यधिक निर्भरता
  • भूमि की कमी
  • श्रम के लिए वैकल्पिक अवसरों की अनुपस्थिति
  • ग्रामीण शिक्षा और कौशल की कमी

इन दो प्रकारों के अलावा भी बेरोजगारी के कई रूप होते हैं, जैसे मौसमी बेरोजगारी (Seasonal Unemployment), संरचनात्मक बेरोजगारी (Structural Unemployment), तकनीकी बेरोजगारी (Technological Unemployment) और अस्थायी बेरोजगारी (Frictional Unemployment)। लेकिन भारत जैसे देश में खुली और प्रच्छन्न बेरोजगारी सबसे ज़्यादा देखने को मिलती हैं।


Bihar Board Class 10th Solutions & NotesClick Here
Bihar Board Class 12th Solutions & NotesClick Here
Bihar Board Class 11th Solutions & NotesClick Here
Bihar Board Class 9th Solutions & NotesClick Here
Bihar Board Class 8th Solutions & NotesClick Here
Bihar Board Class 7th Solutions & NotesClick Here
Bihar Board Class 6th Solutions & NotesClick Here

अगर आप बिहार बोर्ड कक्षा 6वीं से 12वींतक की परीक्षा की बेहतरीन तैयारी करना चाहते हैं, तो हमारे YouTube चैनल को ज़रूर सब्सक्राइब करें!

यहाँ आपको सभी विषयों के विस्तृत Solutions, Notes, महत्वपूर्ण प्रश्न, मॉडल पेपर और परीक्षा में अच्छे अंक लाने के टिप्स मिलेंगे। हमारी वीडियो क्लासेस आसान भाषा में समझाई गई हैं, ताकि हर छात्र बिना किसी परेशानी के अपनी पढ़ाई पूरी कर सके।

हमारे चैनल की विशेषताएँ:
✔️सभी विषयों की वीडियो व्याख्या
✔️परीक्षा में आने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नों का हल
✔️बेस्टस्टडीप्लान और टिप्स
✔️बिहार बोर्ड के सिलेबस पर आधारित संपूर्ण तैयारी

🔴अभी देखें और सब्सक्राइब करें –Click Here
आपकी सफलता ही हमारा लक्ष्य है!

Study Help एक शैक्षिक वेबसाइट है जो बिहार बोर्ड कक्षा 10 के छात्रों के लिए नोट्स, समाधान और अध्ययन सामग्री प्रदान करती है। यहाँ हिंदी, गणित, सामाजिक विज्ञान सहित सभी विषयों के विस्तृत समाधान उपलब्ध हैं। साथ ही, Godhuli Part 2 (गद्य, पद्य, व्याकरण) और गणित के सभी अध्यायों के नोट्स भी शामिल हैं। वेबसाइट से जुड़े अपडेट्स के लिए YouTube, WhatsApp, Telegram और सोशल मीडिया लिंक भी उपलब्ध हैं, जिससे छात्र बेहतर मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।

Leave a comment