मेघदूत पर टिप्पणी

कालिदास, संस्कृत साहित्य के महान कवि और नाटककार, ने अपनी रचना “मेघदूत” के माध्यम से प्रेम, विरह और प्रकृति का …

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जार्ज ग्रियर्सन पर टिप्पणी

परिचय:जार्ज ग्रियर्सन (George Grierson) एक ब्रिटिश औपनिवेशिक अधिकारी और भाषाशास्त्री थे, जिन्होंने भारतीय भाषाओं के अध्ययन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। …

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गार्सा-द-तासी पर टिप्पणी

परिचय:गार्सा-द-तासी (Garcia de Tassy) एक प्रसिद्ध फ्रांसीसी विद्वान और भाषाविद् थे, जिन्होंने उन्नीसवीं शताब्दी में भारतीय भाषाओं और साहित्य पर …

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संरचनावाद पर टिप्पणी

परिचय: संरचनावाद (Structuralism) बीसवीं शताब्दी की एक प्रमुख बौद्धिक और दार्शनिक विचारधारा है, जिसने मानविकी और सामाजिक विज्ञानों में गहरी …

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विधेयवाद पर टिप्पणी

विधेयवाद (Positivism) दर्शन की वह शाखा है, जो ज्ञान के वैज्ञानिक और तात्त्विक आधारों पर बल देती है। यह दृष्टिकोण …

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साहित्यिक प्रवृत्तियों के अंतरसम्बन्ध पर प्रकाश डालिए।

साहित्यिक प्रवृत्तियाँ किसी युग विशेष में साहित्य के विकास की दिशा और दशा को निर्धारित करती हैं। ये प्रवृत्तियाँ साहित्यिक …

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हिन्दी साहित्योतिहास लेखन की परम्परा में आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी का योगदान रेखांकित कीजिए।

हिन्दी साहित्य इतिहास लेखन की परंपरा में आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी का योगदान आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी हिन्दी साहित्य के उन महान …

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