होरी का चरित्र-चित्रण

परिचय: ‘गोदान’ (1936) हिंदी के महान कथाकार मुंशी प्रेमचंद का अंतिम और सबसे प्रसिद्ध उपन्यास है। यह भारतीय किसान समाज …

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भारतीय आख्यान परम्परा में उपन्यास का स्थान

भारतीय आख्यान परंपरा का इतिहास अत्यंत प्राचीन और समृद्ध है, जो वेदों, उपनिषदों, पुराणों, महाकाव्यों, लोककथाओं और अन्य साहित्यिक विधाओं …

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सप्रसंग व्याख्या (“देख-देख राधा रूप अपार अपरुब के बिहि आनि मिलाओल खिति-खिति लावनि-सार।”)

पंक्ति:“देख-देख राधा रूप अपार अपरुब के बिहि आनि मिलाओल खिति-खिति लावनि-सार।” प्रसंग यह पंक्ति विद्यापति की काव्य रचना से ली …

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सप्रसंग व्याख्या (“माधव कि कहब सुन्दर रुपे कतेक जतन बिहि आनि समारल देखिल नयन सरूबे।”)

पंक्ति:“माधव कि कहब सुन्दर रुपे कतेक जतन बिहि आनि समारल देखिल नयन सरूबे।” प्रसंग यह पंक्ति विद्यापति की रचनाओं से …

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सप्रसंग व्याख्या (“नंदक नंद कदंबक तरु तर धीरे-धीरे मुरली बजाव।समय संकेत-निकेतन बइसल बेरि-बेरि बोलि पठाव।।”)

पंक्ति:“नंदक नंद कदंबक तरु तर धीरे-धीरे मुरली बजाव।समय संकेत-निकेतन बइसल बेरि-बेरि बोलि पठाव।।” प्रसंग यह पंक्ति विद्यापति की काव्य रचना …

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अमीर खुसरो पर टिप्पणी

अमीर खुसरो (1253-1325 ई.) भारतीय उपमहाद्वीप के महान कवि, संगीतकार, और विद्वान थे। उनका पूरा नाम अबुल हसन यमीनुद्दीन खुसरो …

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संदेशरासक पर टिप्पणी

संदेशरासक प्राकृत भाषा में रचित एक महत्वपूर्ण काव्य है, जिसे प्राचीन भारतीय साहित्य की अमूल्य धरोहर माना जाता है। इसका …

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