होरी का चरित्र-चित्रण
परिचय: ‘गोदान’ (1936) हिंदी के महान कथाकार मुंशी प्रेमचंद का अंतिम और सबसे प्रसिद्ध उपन्यास है। यह भारतीय किसान समाज …
Your blog category
परिचय: ‘गोदान’ (1936) हिंदी के महान कथाकार मुंशी प्रेमचंद का अंतिम और सबसे प्रसिद्ध उपन्यास है। यह भारतीय किसान समाज …
‘गोदान’ (1936) हिंदी साहित्य के महान उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की कालजयी कृति है। इसे भारतीय किसान जीवन का महाकाव्य कहा …
रेणु का मैला आंचल (1954) हिंदी साहित्य का एक महत्वपूर्ण उपन्यास है, जिसे आंचलिक उपन्यासों की परंपरा की आधारशिला माना …
भारतीय आख्यान परंपरा का इतिहास अत्यंत प्राचीन और समृद्ध है, जो वेदों, उपनिषदों, पुराणों, महाकाव्यों, लोककथाओं और अन्य साहित्यिक विधाओं …
पंक्ति:“देख-देख राधा रूप अपार अपरुब के बिहि आनि मिलाओल खिति-खिति लावनि-सार।” प्रसंग यह पंक्ति विद्यापति की काव्य रचना से ली …
पंक्ति:“माधव कि कहब सुन्दर रुपे कतेक जतन बिहि आनि समारल देखिल नयन सरूबे।” प्रसंग यह पंक्ति विद्यापति की रचनाओं से …
पंक्ति:“नंदक नंद कदंबक तरु तर धीरे-धीरे मुरली बजाव।समय संकेत-निकेतन बइसल बेरि-बेरि बोलि पठाव।।” प्रसंग यह पंक्ति विद्यापति की काव्य रचना …
अमीर खुसरो (1253-1325 ई.) भारतीय उपमहाद्वीप के महान कवि, संगीतकार, और विद्वान थे। उनका पूरा नाम अबुल हसन यमीनुद्दीन खुसरो …
संदेशरासक प्राकृत भाषा में रचित एक महत्वपूर्ण काव्य है, जिसे प्राचीन भारतीय साहित्य की अमूल्य धरोहर माना जाता है। इसका …
विद्यापति (1352-1448 ई.) मैथिली भाषा के महान कवि थे, जिन्होंने भारतीय साहित्य को गीति परंपरा में एक नया आयाम दिया। …