संस्कृत नाट्य परम्परा में कालिदास कृत ‘अभिज्ञानशाकुन्तलम’ का स्थान निरूपित कीजिए।

संस्कृत नाट्य परंपरा में कालिदास कृत ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’ का स्थान संस्कृत साहित्य में कालिदास का नाम साहित्यिक एवं सांस्कृतिक धरोहर के …

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वाणभट्ट पर टिप्पणी

वाणभट्ट प्राचीन भारत के महान संस्कृत साहित्यकारों में से एक थे, जिनकी रचनाएँ भारतीय साहित्य में एक विशिष्ट स्थान रखती …

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मेघदूत पर टिप्पणी

कालिदास, संस्कृत साहित्य के महान कवि और नाटककार, ने अपनी रचना “मेघदूत” के माध्यम से प्रेम, विरह और प्रकृति का …

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जार्ज ग्रियर्सन पर टिप्पणी

परिचय:जार्ज ग्रियर्सन (George Grierson) एक ब्रिटिश औपनिवेशिक अधिकारी और भाषाशास्त्री थे, जिन्होंने भारतीय भाषाओं के अध्ययन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। …

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गार्सा-द-तासी पर टिप्पणी

परिचय:गार्सा-द-तासी (Garcia de Tassy) एक प्रसिद्ध फ्रांसीसी विद्वान और भाषाविद् थे, जिन्होंने उन्नीसवीं शताब्दी में भारतीय भाषाओं और साहित्य पर …

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