संस्कृत गद्यकाव्य परम्परा पर प्रकाश डालिए।
संस्कृत गद्यकाव्य परंपरा पर प्रकाश संस्कृत साहित्य में गद्यकाव्य (गद्य + काव्य) एक ऐसी विधा है, जिसमें गद्य के माध्यम …
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संस्कृत गद्यकाव्य परंपरा पर प्रकाश संस्कृत साहित्य में गद्यकाव्य (गद्य + काव्य) एक ऐसी विधा है, जिसमें गद्य के माध्यम …
संस्कृत नाट्य परंपरा में कालिदास कृत ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’ का स्थान संस्कृत साहित्य में कालिदास का नाम साहित्यिक एवं सांस्कृतिक धरोहर के …
संस्कृत नाटक का विकास-क्रम संस्कृत साहित्य में नाटक का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण और विशिष्ट है। यह भारतीय काव्य परंपरा की …
वाणभट्ट प्राचीन भारत के महान संस्कृत साहित्यकारों में से एक थे, जिनकी रचनाएँ भारतीय साहित्य में एक विशिष्ट स्थान रखती …
संस्कृत महाकाव्य परंपरा पर प्रकाश संस्कृत साहित्य में महाकाव्य परंपरा एक ऐसी अद्भुत विधा है, जो भारतीय साहित्य की सबसे …
भास प्राचीन संस्कृत साहित्य के एक महान नाटककार हैं, जिनकी रचनाएँ भारतीय नाट्य परंपरा में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। …
कालिदास, संस्कृत साहित्य के महान कवि और नाटककार, ने अपनी रचना “मेघदूत” के माध्यम से प्रेम, विरह और प्रकृति का …
परिचय:जार्ज ग्रियर्सन (George Grierson) एक ब्रिटिश औपनिवेशिक अधिकारी और भाषाशास्त्री थे, जिन्होंने भारतीय भाषाओं के अध्ययन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। …
परिचय:हिंदी साहित्य का नामकरण एक जटिल और विवादित विषय रहा है। इसका मुख्य कारण यह है कि हिंदी भाषा का …
परिचय:गार्सा-द-तासी (Garcia de Tassy) एक प्रसिद्ध फ्रांसीसी विद्वान और भाषाविद् थे, जिन्होंने उन्नीसवीं शताब्दी में भारतीय भाषाओं और साहित्य पर …